Tuesday, July 14, 2020

शिकायत

शिकायत

सूरज की किरणें तुम्हें छुती हैं

हवा झोंका झुल्फोंको छेडता है

कंगन तक तुम्हें चीपकते हैं

जान, मुझे इनसे जलन होती है.

कुछ तो कहो उनसे, जलन शायद कम हे जाए !




1 comment:

  1. Wah wah 👌 ab thoda samay hai mashoor gulzar ke karib aane me.

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